Yuvraj Singh Birthday Special: पूर्व भारतीय ऑलराउंडर Yuvraj Singhआज अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं। युवराज सिंह ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की सफलता में अहम भूमिका निभाई थी. Yuvraj Singh जून 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर Yuvraj Singh आज (12 दिसंबर) 42 साल के हो गए हैं। सिक्सर किंग के नाम से मशहूर युवराज सिंह ने अकेले दम पर भारतीय टीम को कई मैच जिताए हैं। भारतीय टीम ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप जीता था. इन दोनों विश्व कप में युवराज सिंह ने अहम भूमिका निभाई. इन मैचों में उन्होंने अहम भूमिका निभाई. 2007 टी20 वर्ल्ड कप के दौरान युवराज सिंह ने इंग्लैंड के खिलाफ तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को एक ही ओवर में 6 छक्के मारे थे. उनकी ये पारी आज भी क्रिकेट फैंस को याद है. 2011 वर्ल्ड कप में Yuvraj Singh को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट दिया गया था.
Yuvraj Singh ने भारत को दो विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी
2011 वर्ल्ड कप में युवराज सिंह ने 362 रन बनाए और 15 अहम विकेट भी लिए. लेकिन, ये वर्ल्ड कप उनके लिए बेहद दर्दनाक रहा. उन्होंने टीम को खिताब जिताने में बहुत बड़ी भूमिका निभाई. लेकिन तब उनकी हालत बहुत ख़राब थी. खून की उल्टियां होने के बावजूद उन्होंने बल्लेबाजी की. वह मैदान पर डटे रहे और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए भारत को खिताब दिलाया।
Yuvraj Singh मुंह से खून निकलने के बावजूद मैच जिताऊ पारी खेली
Yuvraj को 2011 विश्व कप के दौरान कैंसर का पता चला था। हालांकि उन्होंने अपनी बीमारी छिपाकर वर्ल्ड कप में हिस्सा लिया था. उस वर्ल्ड कप में एक ओर जहां युवराज मैदान पर गेंदबाजों की धुलाई कर रहे थे, वहीं दूसरी ओर उन्हें खून की उल्टियां भी हो रही थीं. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में युवराज के मुंह से खून निकल रहा था. किसी को अंदाजा नहीं था कि युवराज को कैंसर है. मुंह से खून निकलने के बावजूद उन्होंने इस क्वार्टर फाइनल में 65 गेंदों पर 57 रनों की नाबाद मैच जिताऊ पारी खेली. उन्होंने 44 रन देकर 2 विकेट भी लिए. भारत ने इस मैच 5 को विकेट से जीता लिया था .
कैंसर को मात देने के बाद Yuvraj Singh ने क्रिकेट में जोरदार वापसी की
कैंसर के इलाज के लिए युवी को बोस्टन जाना पड़ा। Yuvraj Singh ने आखिरकार एक साल से ज्यादा समय तक चली कैंसर से जंग जीत ली। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना था कि युवराज क्रिकेट के मैदान पर वापसी नहीं कर पाएंगे. लेकिन, उन्होंने कभी हार नहीं मानी और कैंसर को मात देकर मैदान पर शानदार वापसी की। इसके बाद युवी ने जून 2019 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया।
Yuvraj को एक दुर्लभ कैंसर का पता चला था, जो दुनिया में केवल 1 प्रतिशत लोगों में पाया जाता है
Yuvraj Singh को फेफड़े में नहीं बल्कि फेफड़े के बीच में कैंसर था। इसे मीडियास्टिनल सेमिनोमा कहा जाता था। यह एक दुर्लभ प्रकार का कैंसर है जो फेफड़ों में होता है। यह बीमारी दुनिया की केवल एक प्रतिशत आबादी को प्रभावित करती है। 2011 में भारत के क्रिकेट विश्व कप जीतने के बाद, उन्होंने अमेरिका में इलाज कराया और एक साल के भीतर कैंसर को हरा दिया। युवराज सिंह ने अपनी इच्छाशक्ति और दृढ़ संकल्प के दम पर एक साल के अंदर कैंसर को हरा दिया। कैंसर पर काबू पाने के बाद Yuvraj Singh ने 2012 में यू वी कैन की शुरुआत की। यह संस्था लोगों को कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाने और उससे लड़ने में मदद करती है।
Yuvraj Singh का अब तक का अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड
युवराज सिंह ने 304 वनडे मैच खेले जिसमें उन्होंने 8701 रन बनाए. वनडे क्रिकेट में उनके नाम कुल 14 शतक और 52 अर्द्धशतक हैं। Yuvraj Singh ने 40 टेस्ट मैचों में कुल 1900 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। इस बीच युवराज ने 58 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 1177 रन बनाए. युवी ने 2007 टी20 वर्ल्ड कप में स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर लगातार छह छक्के लगाए थे.